12 best self improvement tips in hindi


आत्म – सुधार (SELF IMPROVEMENT) एक आजीवन यात्रा है। आपके जीवन में छोटा सा सुधार या उपलब्धियां भी आपके आत्मविश्वास को मजबूत करती हैं और आपकी प्रगति को बढ़ाती हैं। आत्म सुधार युक्तियां (SELF IMPROVEMENT TIPS) लोगों को नकारात्मक और आंवाछित विचारों को हराने में मदद करती है। यह आपको अपने जीवन के हर पहलू में सकरात्मक और आवश्यक परिवर्तन करने में मदद करता है।यहां आत्म - सुधार के लिए कुछ सबसे प्रभावी सुझाव दिये गये हैं-

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12 SELF IMPROVEMENT TIPS IN HINDI
1. खुद से प्यार करें (LOVE YOURSELF)
2. प्रतिदिन व्यायाम करें (DO EXERCISE EVERYDAY)
3. नियमित रूप से पढ़े (READ EVERYDAY)
4. ध्यान (MEDITATION)
5. हमेशा सीखते रहें (ALWAYS KEEP LEARNING)
6. कृतज्ञता व्यक्त करें ( EXPRESS GRATITUDE)
7. लक्ष्य बनायें (SET GOALS)
8. अतीत को स्वीकारें (ACCEPT PAST)
9. अपने आसपास सकरात्मक लोगों को रखें (SURROUND YOURSELF  WITH POSITIVE PEOPLE)
10. आराम करें (RELAX)
11. स्वयं को जानें (KNOW YOURSELF)
12. अन्य लोगों से सीखें (LEARN FROM OTHER PEOPLE)

1. खुद से प्यार करें (LOVE YOURSELF)
आप जो भी हैं जैसे भी हैं आप खुद से प्यार करना सीखें (LEARN TO LOVE YOURSELF)। अपने आप से प्यार करने का मतलब है कि आप खुद को पूर्ण रूप से ACCEPT करते हो। यदि आप अपने खिलाफ हो जायेंगे तो कभी भी आप एक AMAZING LIFE नहीं जी सकते। आप अपना खुद का सहयोगी बनना सीखें न कि अपना दुश्मन।
हमें खुद को याद दिलाना है कि कोई भी PERFECT नहीं है। हम सबमें ताकत और कमजोरियां हैं। जब आप खुद से प्यार करते हैं तो आप शरीरिक रूप से, मानसिक रूप से और भावनात्मक रूप से खुद की देखभाल करने का प्रयास करते हैं। आप अपने शरीर, दिमाग और आत्मा को पोषित करके अपना सर्वश्रेष्ठ देखने और महसूस करने का ख्याल रखते हैं।

2. प्रतिदिन व्यायाम करें (DO EXERCISE EVERYDAY)
व्यायाम अविश्वसनीय लाभ प्रदान करता है। यह आपके स्वास्थ्य के लगभग हर पहलू में काम करता है। यह आपकी त्वचा में सुधार करता है, वजन कम करने में आपकी मदद करता है। यह पुरानी बीमारी के जोखिम को कम करता है और यौन जीवन में भी सुधार करता है।
यह STARTING में थोड़ा सा मुश्किल हो सकता है लेकिन धीरे - धीरे इसका नियमित रूप से अभ्यास करने पर यह आपको अच्छा लगने लगता है। और यह आपके आलसपन LAZINESS को दूर करता है और काम के प्रति आपकी गति को तेज करता है।

3. नियमित रूप से पढ़े (READ EVERYDAY)
कुछ भी सीखने का सबसे आसान तरीका है पढ़ना। पढ़ना न केवल हमारे दिमाग को विकसित करता है, बल्कि यह हमारे मस्तिष्क को अधिक सक्रिय बनाने में मदद करता है। आप प्रत्येक दिन पढ़कर आप नई जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। और मानसिक रूप से अपने आप को मजबूत बना सकते हैं। पढ़ना हमारे रचनात्मकता, सहानुभुति और मस्तिष्क शक्ति को बढ़ाता है। किताबों के पाठ्न से हमारे मन को आंतरिक शांति मिलती है।
किताबें ज्ञान का केंद्रित स्त्रोत है। जितनी अधिक आप किताबें पढ़ते हैं, उतने अधिक ज्ञान के साथ आप स्वयं को प्रकट करते हैं।
यहां कुछ किताबें दी गई हैं जिन्हें आपको जरूर पढ़ना चाहिए।
4. ध्यान (MEDITATION)
ध्यान क्या है (WHAT IS MEDITATION) - ध्यान किसी चीज पर, किसी के विचारों पर ध्यान केंद्रित करने के बारे में नहीं है, बल्कि यह विचारहीन बनने के बारे में है। ध्यान का नियमित अभ्यास हमारे अस्तित्व के तीन मूल क्षेत्रों- शरीरिक, मानसिक और अध्यात्मिक जीवन पर गहरा प्रभाव डालता है।
ध्यान आपके जीवन से नकरात्मकता को दूर करने और भावनात्मक और अध्यात्मिक सोच को विकसित करने का सबसे अच्छा तरीका हो सकता है। ध्यान करने से आपको एक शांत मन, अच्छी एकाग्रता, संचार में सुधार, आंतरिक शांति, धारणा की स्पष्टता (CLARITY OF MIND) और विश्राम प्रदान करता है।
ध्यान का नियमित अभ्यास आवश्यक है। इसमें हर दिन केवल कुछ मिनट लगते हैं। यदि एक बार आप इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करते हैं तो, यह आपके दिन का सबसे अच्छा हिस्सा बन जाता है।

5. हमेशा सीखते रहें (ALWAYS KEEP LEARNING)
जब आप कुछ सीखते है तो आप GROW करते जाते है और आपके अंदर आत्मविश्वास भी आने लगता है। और इसका सबसे बडा़ फायदा यह भी होता है कि हमें नकरात्मक विचारों से आजादी मिल जाती है।
आजीवन सीखना हमें तेजी से विकसित करने और बदलती दुनिया के साथ चलने में हमारी मदद करता है। हमारी नौकरियां और हमारा कैरियर इसी पर निर्भर करता है। हमारी सीखने की इच्छा हमारे जीवन को और अधिक संपूर्ण और बेहतर बनाती है।

6. कृतज्ञता व्यक्त करें ( EXPRESS GRATITUDE)
कृतज्ञता (GRATITUDE) वास्तव में एक शक्तिशाली उपकरण के रूप में जाना जाता है। जो आपको प्राप्त चीजों की सराहना करने में आपकी मदद करता है। कृतज्ञता  व्यक्त करके आप अपना ध्यान वर्तमान क्षण पर केद्रिंत कर लेते है और अपने जीवन की सराहना करते हैं। कृतज्ञता दिखाते हुये सकरात्मक भावना आती है। जो आपको खुश और अच्छी ऊर्जा प्रदान करती है।

7. लक्ष्य बनायें (SET GOALS)
लक्ष्य निर्धारित करना स्वयं को दिशा, ध्यान, और प्रेरणा देने का शानदार तरीका है। लक्ष्य सेंटिग आपके आदर्श भविष्य के सोचने के बारे में एक शक्तिशाली प्रक्रिया है, यह भविष्य की अपनी दृष्टि को वास्तविकता में बदलने के लिये प्रेरित करता है। लक्ष्य निर्धारण की प्रक्रिया आपको यह चुनने में मदद करती है कि आप अपने जीवन में कहां जाना चाहते हो और क्या हासिल करना चाहते हो।
आज ही आप अपने लिये YEARLY, MONTHLY, WEEKLY और DAILY गोल सेट करें, और उन्हें ACHIEVE करने के लिये योजना बनायें।

8. अतीत को स्वीकारें (ACCEPT PAST)
जो बातें या गलतियां हमसे अतीत में हो चुकी उन्हें न तो बदला जा सकता है और न ही उनमें सुधार किया जा सकता है। तो फिर क्यों उस बात को लेकर जिंदगी भर पड़े रहना। हमें उन बातों को स्वीकार करना सीखना होगा और उनसे सबक लेकर हमें अपने वर्तमान में ध्यान केंद्रित करना है।

9. अपने आसपास सकरात्मक लोगों को रखें (SURROUND YOURSELF WITH POSITIVE PEOPLE)
आप जो भी बनना चाहते हैं तो उस तरह के लोगों के साथ अपने आप को घेर लें। यदि आप डॉक्टर बनना चाहते हैं तो अन्य अभ्यास करने वाले डॉक्टरों के साथ रहें। यदि आप लीडर बनना चाहते हैं तो आप अन्य अभ्यास करने वाले लीडरों के साथ रहें। सकरात्मक लोगों के साथ रहने का सबसे बड़ा फायदा ये होता है कि वे कभी भी आपको नीचे गिरने नहीं देते। वे आपको हर पल एक नयी ऊर्जा प्रदान करते हैं।

10. आराम करें (RELAX)
आराम करने या अकेले ध्यान करने के लिये समय निकालें, ऐसा करने से आप अपने दिमाग को साफ कर पायेंगे और तनाव से छुटकारा पायेंगे यह आपको आंतरिक शांति भी प्रदान करेगा।
जब आप किसी काम को लगातार कुछ घंटो से कर रहें है, और वो काम आपसे नहीं हो पा रहा है तो आप उसके लिये कुछ देर का BREAK ले सकते हैं। और फिर एक नयी ऊर्जा के साथ आप उस काम को दुबारा CONTINUE कर सकते हैं।

11. स्वयं को जानें (KNOW YOURSELF)
खुद को जानना ही ज्ञान की शुरूआत है। अपने आप पर ध्यान दें कि आप कैसा सोचते हैं। गांधी कहते हैं कि आपकी धारणायें (BELIEFS), आपके विचार (THOUGHT) बन जाते हैं, आपके विचार आपके शब्द (WORD) बन जाते हैं, आपके कार्य (WORK) आपकी आदत (HABIT) बन जाते हैं, आपकी आदतें आपका मूल्य (VALUE) बन जाती हैं, आपके मूल्य आपकी नियति (DESTINY) बन जाती है। तो सावधान रहें कि आप क्या सोचते हैं क्योंकि यह आपकी वास्तविकता बन जाएगा। अगर आप मानते है कि आप दुखी और असफल हैं, तो आप हैं।
12. अन्य लोगों से सीखें (LEARN FROM OTHER PEOPLE)
आप अन्य लोगों की सफलता से लाभ प्राप्त कर सकते हैं और आप उनकी गलतियों से सीख सकते हैं। क्योंकि आपका खुद का अनुभव एक कठोर शिक्षक है इसलिये दूसरों की गलतियों से सीखें। यदि आप हर चीज खुद से अजमाना चाहेंगे तो जिंदगी गुजर जायेगी।


मैं आशा करता हूं कि आपको यह लेख पसंद आया होगा अगर आपके मन में इस पोस्ट से संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो आप हमसे पूंछ सकते हैं। धन्यवाद्


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